तांय उका तुले दिल हस्तर उपर ॥ १७४ यत ज्ञास्ता सकल एक हाड़ी जल दिया । साइङ्गत करिया एक पाक दुइ पाक पांच पाक दिल । मयुना वले सुन ज्ञास्ता सात मासी केले के उदरेर भितर | छाक ढोल तमवुरा कांसि वाजे ठांइ ठांइ । करताल भेंउड़ मुर्च्छल वाजे ठांइ ठांइ ॥ अन्न जल दिवार ना पारे महलेर भितर ॥ तोक वलो वान्दी वाक्य मोर धर । दाइयानिक निल डाक दिया ॥ २०२ २०३ २०४ २०५ २०६ २०७ २०८ जिस दिने राजा त्रिसा करिल, संकीर्त्तन करिवार लागिल । |